
डॉ.समरेन्द्र पाठक
वरिष्ठ पत्रकार
गोरखपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज कहा कि आयुष पद्धतियों पर आधारित चिकित्सा की लोकप्रियता बढ़ रही है और महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय इसकी लोकप्रियता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
श्रीमती मुर्मू ने यहां महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन करते हुए इस बात पर जोर दिया कि ऐसे विश्वविद्यालयों को इन पद्धतियों की वैज्ञानिक स्वीकार्यता बढ़ाने में निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए। इस मौके पर राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय हमारी समृद्ध प्राचीन परंपराओं का एक प्रभावशाली आधुनिक केन्द्र है। इसका उद्घाटन न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा सेवाओं के विकास में एक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि विश्वविद्यालय में विकसित उन्नत सुविधाएँ अब बड़ी संख्या में लोगों को उपलब्ध हैं। इस विश्वविद्यालय से संबद्ध लगभग 100 आयुष कॉलेज भी इसकी उत्कृष्टता का लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने प्रशासकों, डॉक्टरों और नर्सों से जनप्रतिनिधियों द्वारा शुरू किए गए कल्याणकारी उपायों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।उन्होंने सभी को सलाह दी कि वे किसी भी पेशे में प्रवेश करते समय खुद से किए गए वादेपर आत्मनिरीक्षण करें।एल.एस.