एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महायुति सरकार ने गाय को 'राज्यमाता' का दर्जा दिया
शिंदे सरकार का मानना है कि इस फैसले से गोकशी और तस्करी पर लगाम लगेगी
गाय का भारतीय संस्कृति और वैदिक काल से महत्वपूर्ण स्थान है, ऐसा सरकार का दावा
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महायुति सरकार ने बड़ा फैसला किया है। शिंदे सरकार ने गाय को 'राज्यमाता' का दर्जा दिया है। सरकार ने यह फैसला गाय के सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व को देखते हुए लिया है। इस मांग के लिए काफी समय से आंदोलन चल रहे थे। दरअसल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का ऐलान जल्द होने वाला है। ऐसे में महायुति सरकार जनता को लुभाने की कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
किया आदेश जारी
महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर गाय को 'राज्यमाता' घोषित किया। सरकार का मानना है कि इससे गोकशी और तस्करी पर लगाम लगेगी। आदेश में कहा गया है कि गाय का भारतीय संस्कृति और वैदिक काल से महत्व रहा है। देसी गाय का दूध मानव आहार के लिए बहुत पौष्टिक होता है। आयुर्वेद में भी गाय के दूध और गोमूत्र से कई तरह की दवाइयां बनाई जाती हैं।
सरकार ने क्या कहा?
आदेश में आगे लिखा है, आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति,पंचगव्य उपचार पद्धति, इस तरह गोमूत्र जैविक खेती पद्धति के महत्व को देखते हुए गाय को अब से राज्यमाता घोषित किया जा रहा है। इस फैसले से राज्य में गाय की सुरक्षा और सम्मान बढ़ेगा, ऐसा सरकार का मानना है।
महाराष्ट्र में कब होंगे चुनाव?
चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर आया था। चुनाव आयोग की टीम पूरा ब्योरा लेकर जा चुकी है। ऐसे में अनुमान जताया जा रहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सदस्यीय सीट के लिए चुनाव संभवतः नवंबर में होंगे। क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।