Bihar Politics: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने अपना इस्तीफा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सौंप दिया है। इसके साथ ही, नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया है। 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार 10वीं बार राज्य के सीएम के रूप में पद की शपथ लेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके साथ मंत्रिमंडल भी का शपथ ग्रहण होगा। इसमें पीएम मोदी, अमित शाह और NDA के बड़े नेता शिरकत करेंगे।
वहीं, विधानसभा चुनाव में कुल 29 NDA मंत्री मैदान में थे, जिनमें से 28 ने अपनी सीटें बरकरार रखीं। केवल JD(U) के सुमित कुमार सिंह चकाई विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। पिछली बार वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते थे। जदयू के कोटे से मंत्रियों में बड़े फेरबदल की गुंजाइश कम है, लेकिन NDA में बीजेपी की तरफ से बड़ा बदलाव हो सकता है। वहीं, कुछ पुराने और कद्दावर नेताओं को नीतीश कैबिनेट में फिर से जगह मिल सकती है।
जदयू के कोटे से इन दस नेताओं का मंत्री बनना लगभग तय
जदयू के कोटे से बनाए जाने वाले चेहरों में बदलाव की संभावना बेहद कम दिख रही है। पिछली बार जदयू के कोटे से 13 मंत्री बनाए गए थे। इस बार पार्टी के हिस्से 14 मंत्री पद आने की संभावना है। मंत्री पद की रेस में जिन दावेदारों का नाम आगे हैं, वह हैं-विजय चौधरी, बिजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, जमा खान, मदन सहनी, जयंत राज, महेश्वर हजारी और संतोष निराला।
जदयू नेता महेश्वर हजारी नीतीश सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री रहे हैं। हजारी ने कल्याणपुर की अपनी सुरक्षित सीट पर सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के प्रतिद्वंदी रंजीत कुमार राम को 38 हजार वोटों के अंतर से हराया है। उन्होंने लगातार चौथी बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।
समस्तीपुर जिले के सरायरंजन विधानसभा सीट से जेडीयू प्रत्याशी और नीतीश कुमार के बेहद करीबी विजय कुमार चौधरी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 20,739 वोटों से हराकर शानदार जीत दर्ज की है।
जेडीयू की वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और राजद उम्मीदवार संतोष कुशवाहा को लगभग 55 हजार वोटों के भारी अंतर से पराजित किया। लेसी सिंह इस सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर चुकी हैं।
बीजेपी के कोटे से ये विधायक बनाए जा सकते हैं मंत्री
बिहार में इस बार का नतीजा 2020 के चुनाव से बिल्कुल अलग है। लिहाजा मंत्रिमंडल का स्वरूप भी बदला-बदला नजर आएगा। साल 2020 में बीजेपी की सीटें जदयू से काफी ज्यादा आई थीं। इसके कारण मंत्रिमंडल में बीजेपी का कद जदयू से बड़ा था, लेकिन इस बार दोनों के बीच महज 4 सीट का अंतर है। माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी के हिस्से में कटौती होगी।
पिछली बार नीतीश कैबिनेट में बीजेपी के 22 मंत्री थे, इस बार 15-16 मंत्री बनाए जाने की संभावना है। सम्राट चौधरी, नितिन नवीन, मंगल पांडेय, रामकृपाल यादव, संजय सरावगी और रजनीश कुमार के मंत्री बनाए जाने की प्रबल संभावना है। वहीं, बीजेपी की कई महिला प्रत्याशियों ने चुनाव में जीत दर्ज की है। ऐसे में बीजेपी एकबार फिर बीजेपी महिला विधायक को डिप्टी सीएम बना सकती है।माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार भी स्पीकर का पद अपने पास ही रखेगी।
HAM और RLSP से संतोष मांझी, स्नेहलता कुशवाहा और LJP(R) के राजू तिवारी का नाम भी संभावित मंत्रियों की सूची में शामिल है। संजय पासवान का नाम भी चर्चा में है।(एजेंसी)






























