
Kolkata Rape Murder case : कोलकाता रेप मर्डर केस में आज संजय रॉय को सजा मिलेगी. सियालदह कोर्ट ने 2.45 बजे सजा का ऐलान करेगा. शनिवार को कोर्ट ने संजय को दोषी करार दिया था. सजा के ऐलान से पहले पेशी के दौरान संजय जज के सामने गिड़गिड़ा रहा था. उसने जज के सामने कहा कि मैं दोषी नहीं हूं. मुझे फंसाया जा रहा है. मैंने कोई अपराध नहीं किया है. सीबीआई ने कोर्ट में संजय रॉय को फांसी देने की मांग की है.
सजा के ऐलान से पहले जब दोषी संजय रॉय को कोर्ट में पेश किया गया तो जज ने उससे कहा कि तुम दोषी हो. सजा पर कुछ कहना है क्या? इस पर संजय रॉय ने कहा कि मैं दोषी नहीं हूं. मैंने रुद्राक्ष की माला पहनी हुई थी. मुझे फंसाया जा रहा है. मैंने कोई अपराध नहीं किया है. मुझ पर दोष स्वीकार करने का दबाव बनाया जा रहा है. जो अपराध नहीं किया, उसकी सजा दी जा रही है.
वहीं, इस दौरान सीबीआई ने कहा कि संजय का अपराध रेयरेस्ट ऑफ द रेयर है. अगर कड़ी सजा नहीं मिली तो समाज भरोसा खो देगा. कोर्ट ने ये कोई मामूली अपराध नहीं है. महिला डॉक्टर की निर्ममता से हत्या की गई. 9 अगस्त 2024 को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 31 साल की महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी हुई थी. पहले उसके साथ रेप की गई और फिर उसकी हत्या कर दी गई. पिछले साल 12 नवंबर को बंद कमरे में सीबीआई अदालत ने सुनवाई शुरू की
.RG कर केस में आज सजा का ऐलान
57 दिन बाद सियालदह डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज अनिरबन दास ने उन्हें दोषी करार दिया है. सियालदह कोर्ट के जज ने अपने फैलसे में कहा कि इस केस के आरोपी संजय रॉय को दोषी करारा दिया जाता है. कोर्ट ने फॉरेंसिक रिपोर्ट पर भरोसा किया. इसके तहत कोर्ट ने संजय रॉय को इस केस का दोषी पाया. कोर्ट आज इसी मामले में संजय रॉय को सजा सुनाएगी.
मैं दोषी नहीं- कोर्ट रूम में संजय रॉय
शनिवार को जब सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय को दोषी करार दिया तो उस समय संजय ने जज से कहा कि मैं दोषी नहीं हूं. मुझे झूठे मामले में फंसाया गया है. मैंने ऐसा नहीं किया है. जिन्होंने ऐसा किया है, उन्हें छोड़ा जा रहा है. आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 64,66, 103/1 के तहत मामला दर्ज किया गया है. संजय पर आरोप है कि उसी ने सेमिनार रूम में जाकर डॉक्टर पर हमला किया और उसकी हत्या कर दी.
घटना के करीब 162 दिन बाद फैसला
2024 में 8-9 अगस्त की रात हुई इस घटना के करीब 162 दिन बाद कोर्ट ने शनिवार को अपना फैसला सुनाया और संजय रॉय को दोषी करार दिया. इस मामले में करीब 57 दिन तक सुनवाई हुई. पहले इस केस की जांच कोलकाता पुलिस कर रही थी. फिर हाई कोर्ट के दखल के बाद यह केस सीबीआई को सौंपी गई थी. सीबीआई ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी. इसके बाद जांच शुरू की थी. सीबीआई ने 120 से अधिक गवाहों के बयान दर्ज किए. करीब दो महीने तक इस केस में कैमरा ट्रायल चला.(एजेंसी)