Health News : हमारे घरों में हल्दी का इस्तेमाल केवल मसाले के तौर पर ही नहीं किया जाता है बल्कि इसे एक आयुर्वेदिक औषधि भी माना गया है। इस काली हल्दी से खांसी जुकाम भी ठीक होता है। यह पीली नहीं होती है इसे काली हल्दी कहा जाता है। यह हल्दी मेघालय में होती है लेकिन उत्तराखंड में भी अब इसकी पैदावार हो रही है। अदरक प्रजाति की इस हल्दी के अनेकों स्वास्थ्य लाभ हैं और ज्यादातर इसका इस्तेमाल दवा के रूप में किया जाता है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर प्रेरणा कहती हैं कि काली हल्दी के स्वास्थ्य लाभ के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। यह हल्दी पेन किलर का बहुत अच्छा काम करती है और दर्द से छुटकारा दिलाने में यह बेहद लाभकारी है। दांत दर्द से लेकर सिर में होने वाले माइग्रेन तक में ये बहुत आराम पहुंचाती है। इसके सेवन से ऑस्टियोऑर्थराइटिस से लेकर पेट के दर्द, गैस और रैशेज जैसी समस्या में भी आराम मिलता है।
काली हल्दी के नियमित सेवन से डाइजेशन भी सही होता है। लिवर से संबंधित सभी बीमारियों में भी काली हल्दी का सेवन लाभकारी है। काली हल्दी को खांसी जुकाम का रामबाण इलाज माना जाता है। आप काली हल्दी के छोटे टुकड़े को अपने मुंह में डालकर धीरे-धीरे चूसते रहें और यह आपके गले से कफ, खांसी की समस्या, जुकाम की समस्या को मानों जैसे छूमंतर कर देती है।(एजेंसी)