Health News : सैक्टर 3 फरीदाबाद खाटू श्याम मन्दिर परिसर में अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के संस्थापक डॉ हृदयेश कुमार ने सभी महिलाओ को छठ महापर्व पर अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए बताया छठ महापर्व में महिलाएं व्रत रखती हैं सूर्य देवता की पूजा करती हैं. इस दौरान जिन भी व्रत रखने वाली महिलाओं को डायबिटीज है, यह पर्व उनके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण होता है. छठ में ठेकुआ खाना ही होता है जो हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला खाद्य है.
इसके खाने से शुगर लेवल बढ़ना तय है. मगर, व्रत भी रखना है और स्वास्थ्य का ख्याल भी, इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखकर इस चुनौतीपूर्ण समय को निकाला जा सकता है. कैसे आईए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं डाइट बैलेंस रखने के लिए व्रत रखने वाली महिलाओं को डायबिटीज है, वे निर्जला व्रत न रखें. लंबे समय तक बिना खाए-पिए न रहें. इस पर्व में ठेकुआ, चूड़ा और गुड़ तो खाना ही होता है, इसलिए इसे कम मात्रा में खाएं.
ज्वार, बाजार जैसी कम शुगर वाली चीजें अधिक मात्रा में खाएं अगर, आप ऐसा नहीं करती हैं तो आपक शारीरिक नुकसान भी हो सकता है और अपने शुगर लेवल का भी ख्याल रखना जरूरी है छठ पूजा के दौरान शुगर कंट्रोल करना जरूरी है. इसलिए शुगर की नियमित जांच करें. अगर, इसमें उतार-चढ़ाव हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाएं. उनकी सलाह को जरूर से मानें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं – छठ पूजा निर्जला व्रत होता है, मगर आप डायबिटिक हैं तो खास ध्यान दें.
भरपूर मात्रा में पानी पिएं. इससे आपकी बॉडी हाइड्रेट रहेगी इस पर्व पर अपने स्वास्थ्य का अच्छी तरह से ध्यान रखें डायबिटीज के मरीजों को अपने शरीर और बीमारी के मुताबिक निर्णय लेने चाहिए व्रत भी जरूरी है l लेकिन स्वास्थ्य भी जरूरी है l इसलिए कोशिश करें कि शक्कर से बनी चीजें को कम से कम मात्रा में बतौर प्रसाद ही लें शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें इस दौरान अपने शरीर का पूरा ध्यान रखें डॉ हृदयेश कुमार का कहना है कि स्वास्थ्य ही जीवन की कुंजी है इस बदलते मौसम में आपको अपने स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए