राजकोट : राजकोट टेस्ट में कॉमेंट्री के दौरान आकाश चोपड़ा ने सरफराज खान के पिता नौशाद खान से पूछा, आपको बहुत लंबा इंतजार करना पड़ा? जवाब में नौशाद खान ने कहा रात को वक्त चाहिए गुजरने के लिए, लेकिन सूरज मेरी मर्जी से नहीं निकलने वाला। सरफराज खान ने अपने पिता नौशाद खान का सपना साकार कर दिया। आपको शायद पता नहीं होगा,
सरफराज के पिता ने भी आजमगढ़ से मुंबई का सफर तय किया था। वह भारत के लिए क्रिकेट खेलना चाहते थे, पर उनका सपना टूट गया था। ऐसे में उन्होंने अपने बेटों को क्रिकेटर बनाने का सोचा। अपने बेटों के लिए पिता नौशाद खान ही कोच थे। जब सरफराज खान को भारत का टेस्ट डेब्यू कैप मिल रहा था, तो उनके पिता की आंखों में आंसू थे।सरफराज खान को टेस्ट डेब्यू कैप पूर्व भारतीय कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले ने दिया। सरफराज भारत के लिए टेस्ट खेलने वाले 311वें खिलाड़ी बने हैं।