
प्रभात महंती
ऑयल पाम खेती को मिलेगा बढ़ावा
महासमुन्द : राष्ट्रीय मिशन ऑन एडीबल ऑयल - ऑयल पाम योजना के अंतर्गत महासमुंद जिले में मेगा प्लांटेशन ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान की जानकारी कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने लेकर वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। सहायक संचालक उद्यान श्री आर.एस. वर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत, किसानों को ऑयल पाम की खेती को बढ़ावा देने के लिए व्यापक सहायता दी जा रही है। पहले वर्ष में प्रति एकड़ 57 पौधे प्रदान किए जा रहे हैं, जबकि दूसरे से चौथे वर्ष तक प्रति एकड़ 2100 रुपये का रखरखाव अनुदान और अंतरवर्तीय फसलों के लिए 2100 रुपये की सहायता दी जा रही है। इसके अलावा, 10 एकड़ में फसल लगाने पर बोरवेल और ट्रैक्टर के अनुदान का भी प्रावधान किया गया है। ऑयल पाम की पौधारोपण दूरी 9×9 मीटर रखी जाती है, जिससे किसानों को बीच में अन्य फसल लगाने की भी सुविधा मिलती है। तीसरे वर्ष के बाद यह फसल निरंतर और निश्चित लाभ देने वाली सिद्ध होती है, जिसमें प्रति एकड़ प्रति वर्ष 10 टन तक उत्पादन प्राप्त होता है।
अभियान अंतर्गत विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम हाथीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, दो प्रमुख कृषकों, श्री राजपाल चंद्राकर और श्री गिरधर सिंह ध्रुव के खेतों में ऑयल पाम के पौधे लगाए गए। इन किसानों के यहां कुल 5.00 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण किया गया है। योजना के तहत उत्पादित फलों के गुच्छों को अम्मा पाम प्लांटेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा खरीदा जाएगा, जिसका मूल्य सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है। वर्तमान में इसका मूल्य 14,000 रुपये प्रति टन है।
कलेक्टर श्री लगेह ने इस मौके पर किसानों को अधिक से अधिक ऑयल पाम की खेती के लिए अपील किया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि जिले की कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह फसल विपरीत मौसम, रोग और कीटों से प्रभावित नहीं होती, जिससे इसकी खेती सुरक्षित और लाभदायक होती है। किसान उद्यानिकी विभाग से सीधे सम्पर्क कर सकते हैं।