
प्रभात महंती
आयोजित भागवत कथा में माता पिता से बढक़र कोई धन नहीं- पं. भागीरथी तिवारी
नयापारा महासमुंद में शिक्षक दम्पत्ति के घर
आयोजित भागवत कथा तुलसी वर्षा के साथ संपन्न
महासमुंद : नयापारा महासमुंद में श्रीमती आशा मानिक साहू के घर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान पंचकोशी धाम फिंगेश्वर वाले पं. भागीरथी तिवारी द्वारा विशाल जन समुदाय को कथा श्रवण कराते हुये कहा कि संसार में माता पिता से बड़ा कोई धन नहीं है । उन्होंने कहा कि जिनके माता पिता विद्यमान है वे बड़े ही भाग्यशाली व धनवान है । क्योंकि माता पिता ही धन के वे तिजोरी हैं जिससे संतान रुपी धन फलता फूलता है । अत: हमें माता-पिता का आदर व सेवा करनी चाहिये । सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुये पं. तिवारी ने कहा कि श्रीकृष्ण प्रेम के प्रति मूर्ति थे । उन्होंने अपने बचपन के सखा सुदमा के प्रति जो भाव प्रदर्शित किया ।
वर्तमान परिदृश्य में मित्रता की पराकाष्ठा है हमें उनके मित्रता से अमीरी गरीबी का भाव खत्म करना चाहिये क्योंकि व्यक्ति धन व भैव से बड़ा नहीं बल्कि व्यवहार व चरित्र से बड़ा होता है । पं. भागीरथी तिवारी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा के दौरान जीवन दर्शन के अनेक उदाहरणों से सुमधुर भजनों के द्वारा श्रद्घालुओं को झुमने के लिये मजबूर कर दिया एवं भक्त जनों को अपील स्वरुप कहा कि हमें अपने जीवन में भगवान से निकटता लाते हुये भगवत् भक्ति के प्रति अग्रसर होना चाहिये ।
इस दौरान छ.ग. शिक्षक संघ के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष उमेश भारती गोस्वामी, उप प्रांताध्यक्ष टेकराम सेन, प्रमुख संगठन मंत्री राजेन्द्र इंगोले, जिला अध्यक्ष राजेश शर्मा, वि.खं. अध्यक्ष अविनाश लाल, सुशील शर्मा, डॉ. मंजू शर्मा, विजय लक्ष्मी चंद्राकर, कुबेर साहू, तुलाराम डड़सेना, योगेश्वर गिरि सहित छ.ग. शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने कथा का श्रवण किया । श्रीमद् भागवत कथा के समापन अवसर पर श्रीमती आशा मानिक साहू द्वारा सभी की गरिमामयी उपस्थिति एवं पं. भागीरथी तिवारी जी के प्रति नतमस्तक होते हुये धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया है ।