
प्रभात मोहंती
महासमुंद: रंगों के त्यौहार होली के उपलक्ष्य में महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा द्वारा बीटीआई रोड स्थित विधायक कार्यालय में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें भाजपा नेताओं सहित आसपास शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से आम जन भी शामिल हुए। इस समारोह में जमकर रंग गुलाल उड़े और फाग गीत की धुन में नेतागण झूमने लगे।
शनिवार शाम 4 बजे समारोह शुरू हुआ, इससे पहले ही लोगों का कार्यालय में आगमन शुरू हो गया था। कुछ ही देर में होली खेलने जनसैलाब उमड़ पड़ा। एक तरफ फाग गीतों की धुन तो दूसरी तरफ लोग एक दूसरे को रंग गुलाल लगाते रहे। आए हुए सभी लोगों ने विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा को रंग लगाया और पर्व की बधाई दी। विधायक श्री सिन्हा ने सभी को होली की शुभकामनाएं दी और उनके साथ जमकर होली का आनंद लिया। इस अवसर पर विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि यह सिर्फ रंगों का त्यौहार नहीं, बल्कि प्रेम, सद्भावना और सांस्कृतिक विरासत को संजोने का पर्व भी है। होली को बसंत महोत्सव, रंगों का त्यौहार और प्रेम व भाईचारे का प्रतीक जैसे कई नामों से जाना जाता है। यह त्यौहार धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। होली के दिन लोग एक-दूसरे पर रंग डालकर अपनी खुशियों का इजहार करते हैं। यह पर्व आपसी भेदभाव भुलाकर एकजुट रहने का संदेश देता है। यह पर्व एकता का पर्याय है लेकिन, हमें हमेशा एकता का संदेश समाज और देश में फैलाना चाहिए। देश में एकता और भाईचारा बहुत ही जरूरी चीज है।
इस दौरान पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, भाजपा जिलाध्यक्ष येतराम साहू, मंडल अध्यक्ष महेंद्र सिका, डिगेश्वरी चंद्राकर, मंडल महामंत्री प्रकाश शर्मा, वरिष्ठ नेता माधवराव टांकसाले, रमेश साहू, संदीप दीवान, निरंजना शर्मा, मुन्ना साहू, अनिता रावटे, करुणा शुक्ला, पवन पटेल, सुनिता देवांगन, हरवंश सिंह (नानू भाई), देवीचंद राठी, शुभ्रा शर्मा, सीता डोंडेकर, माखन पटेल, पीयूष साहू, निश्चय चंद्राकर, सुनैना ठाकुर, भारती चंद्राकर, मनीष शर्मा, हुलसी चंद्राकर, मीना वर्मा, संदीप घोष, राजेंद्र चंद्राकर, चुनेश्वरी साहू, हनीश बग्गा, ऋषभ बाफना, पप्पू ठाकुर, अमित साहू, सुरेखा कंवर, लक्ष्मी साहू, मैना कोसले, डिगेश साहू, अभिषेक पांडे, जितेंद्र चंद्राकर, गुड्डा सिन्हा, सुनिता साहू, हेमकांति देवांगन, कुबेर यदु, भैरव पाल, सहित अन्य नेतागण, पदाधिकारीगण, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्तागण और आमजन उपस्थित थें।