
प्रभात मोहंती
महासमुन्द: जिले में सामाजिक संस्थाओं को संगठित एवं प्रभावी रूप से कार्य करने हेतु महासमुन्द जिला स्तरीय एन.जी.ओ. फोरम का गठन किया गया। इस फोरम का उद्देश्य जिले में संचालित गैर-सरकारी संगठनों (एन.जी.ओ.) की गतिविधियों का मूल्यांकन करना, सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में सहयोग देना और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर प्रभावी भूमिका निभाना है। इसके साथ ही, यह फोरम समाज में पारदर्शिता, जवाबदेही और सुचारु कार्य प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेगा।
फोरम की कार्यकारिणी समिति में पदाधिकारियों मे अध्यक्ष: डॉ. सुरेश शुक्ला, उपाध्यक्ष: श्रीमती हेमलता राजपूत, सचिव: श्रीमती तारिणी चंद्राकर, कोषाध्यक्ष: श्री अश्वनी टोंडरे, सह-सचिव: सुश्री प्रेरणा केतवास, कार्यकारिणी सदस्य: श्री आत्माराम मार्कंडे, श्री प्रीतम बंजारे को सर्वसम्मति चुना गया ।
उपरोक्त अवसर पर जिले के प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता श्री देवेन्द्र बघेल, श्री देवेन्द्र सिंह, सुश्री पुष्पलता साहू, श्रीमती लीना कमल, श्रीमती बबीता घोष, श्रीमती प्रतिभा गिरी गोस्वामी और श्रीमती विष्णु प्रिया ठाकुर प्रमुख रूप से उपस्थित थे । जिले में संचालित एन.जी.ओ. की गतिविधियों की नियमित समीक्षा कर उनकी पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जाएगी। विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में फोरम की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्गों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने हेतु संस्थाओं की भूमिका पर चर्चा और क्रियान्वयन किया जाएगा। जिले में कार्यरत संदिग्ध गैर-सरकारी संगठनों की पहचान कर उन पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। जिले में कार्य करने वाली प्रत्येक एन.जी.ओ. को अपनी गतिविधियों और कार्य की प्रकृति को स्पष्ट रूप से दर्शाने वाले वैधानिक दस्तावेज फोरम के समक्ष प्रस्तुत करने होंगे।
फोरम की कार्यप्रणाली को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए एक निगरानी इकाई का गठन किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य जिले में कार्यरत सभी गैर-सरकारी संगठनों की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखना होगा। यह इकाई यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी संस्था अवैध गतिविधियों में संलिप्त न हो और सभी नियमों एवं नीतियों का पालन करें।
इसके अलावा, यह निर्णय लिया गया कि महासमुन्द जिले में बाहरी राज्यों या अन्य जिलों से आने वाली संस्थाओं को कार्य करने की अनुमति केवल तभी मिलेगी, जब वे अपनी गतिविधियों का पूर्ण विवरण और वैधानिक दस्तावेज फोरम के समक्ष प्रस्तुत करेंगी। इसके पश्चात ही, उन्हें जिले में कार्य संचालन की सहमति प्रदान की जाएगी।
इस पहल से महासमुन्द जिले में कार्यरत सभी सामाजिक संस्थाओं को एक संगठित और स्वस्थ वातावरण मिलेगा, जिससे वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी रूप से कर सकेंगी। साथ ही, फोरम के माध्यम से सामाजिक संगठनों और प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित होगा, जिससे जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सकेगा। गैर-सरकारी संगठनों की जवाबदेही बढ़ेगी, सरकारी योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन होगा, जरूरतमंद और वंचित समुदायों तक सहायता पहुंचेगी, जिले में सामाजिक कार्यों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी, संदिग्ध और अवैध संस्थाओं की गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।