
संवाददाता- प्रभात मोहंती..
महासमुंद: झलप क्षेत्र के स्कूलों में रायपुर संभाग के संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडे एवं सहायक संचालक अजीत सिंह जाट द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान स्कूलों में देर से पहुंचने वाले शिक्षकों एवं लगातार अनुपस्थित शिक्षकों के ऊपर विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा उनके द्वारा की गई। साथ ही स्कूल न आने वाले प्राथमिक शाला झलप के प्रधान पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला झलप का आकस्मिक निरीक्षण किया गया, जहां पर उन्होंने पाया कि प्रधान पाठक सुदर्शन सिंह ध्रुव लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं। जिस पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए संबंधित को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। संस्था में पदस्थ अन्य शिक्षक को सही ढंग से शाला संचालन हेतु हिदायत दी गई। संकुल समन्वयक व संकुल प्राचार्य को लगातार मॉनिटरिंग कर उच्च कार्यालय को जानकारी देने कहा गया।
इसी प्रकार संयुक्त संचालक महोदय द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला झलप का आकस्मिक निरीक्षण किया गया जहां पर उन्होंने पाया कि संस्था में पदस्थ भृत्य को छोड़कर कोई भी स्टाफ निर्धारित समय पर उपस्थित नहीं था। निरीक्षण अवधि के दौरान व्याख्याता श्रीमती नीलिमा दीवान , प्रभारी प्राचार्य श्रीमती विजयलक्ष्मी सिदार एवं व्याख्याता श्रीमती विदिशा सोनी उपस्थित हुए। इसके अलावा श्रीमती हेमलता पटेल विज्ञान सहायक शिक्षिका जिनका ओपन परीक्षा कार्य में ड्यूटी लगाया गया था उपस्थित मिली। इन सबको छोड़कर स्कूल में पदस्थ समस्त स्टाफ अनुपस्थित थे। जिस पर संभागीय संयुक्त संचालक द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गई एवं सभी को स्पष्टीकरण जारी किया गया। जवाब संतोषजनक न पाए जाने पर कार्यवाही की जावेगी।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला झलप में 9 अप्रैल को कक्षा बारहवीं ओपन का अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र था। यहां पर ओपन परीक्षा के आयोजन व्यवस्था में अनियमितता पाया जाने एवं देर से आने पर एक व्याख्याता एवं एक लिपिक को स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा गया। साथ ही सहायक केन्द्राध्यक्ष देव कुमार ध्रुव को तत्काल प्रभाव से पद से हटकर उनके स्थान पर शासकीय कन्या हाई स्कूल में पदस्थ व्याख्याता गिरधारी लाल पटेल को सहायक केन्द्राध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला झलप में पदस्थ शिक्षक - व्याख्याता जो समय पर विद्यालय नहीं आए थे सभी को स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा गया है। झलप में निरीक्षण के पश्चात अधिकारियों द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नरतोरा का आकस्मिक निरीक्षण किया गया जहां पर उन्होंने पाया की संस्था में पदस्थ व्याख्याता श्रीमती अश्विनी वानखेडे एवं व्याख्याता विरोध कुमार असगर विद्यालय में अनुपस्थित मिले। जिस पर उन्होंने संस्था के प्रभारी प्राचार्य डीपी चंद्राकर को उच्च कार्यालय को समय पर उनकी अनुपस्थिति की सूचना न दिए जाने पर सो काज नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
साथ ही दोनों व्याख्याता को भी शो काज नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है जवाब संतुष्टि पूर्वक ना होने पर उनके विरोध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जावेगी। संभागीय संयुक्त संचालक एवं सहायक संचालक के द्वारा इस प्रकार औचक निरीक्षण करने से क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों एवं कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।