
संवाददाता- प्रभात मोहंती..
महासमुंद : अन्तर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संगठन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवाकेंद्र उपकार भवन नयापारा वार्ड में संस्थान की आधारशिला रही मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती (मम्मा) की 60वी पुन्य स्मृति दिवस मनाई गई पूरा ईश्वरीय परिवार ने मिलकर मातेश्वरी जी को श्रद्धा सुमन श्रद्धांजलि अर्पित किया,इस ईश्वरीय विश्वविद्यालय की प्रथम प्रशासनिक प्रमुख रही और संगठन की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ,उनहे इस ईश्वरीय ज्ञान को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने की ईश्वरीय कला हासिल था।
मम्मा वहीं थी जिन्हें शास्त्रों में बुद्धि की देवी कहा जाता है, सेवाकेंद्र संचालिका ब्रम्हा कुमारी प्रीती दीदी ने मम्मा के नाम शिव पिता को भोग स्वीकार कराया,दीदी ने कहा सदा निर्भय और योगनिष्ठ सबको मातृप्रेम की भावना देने वाली, सहनशक्ति और सहनशीलता का साक्षात्कार अवतार थी मीठी मम्मा, शान्त स्वभाव और मधुर वाणी से भरपूर नारी जागरण में नारी आध्यात्मिक क्रांति की अग्रदूत थी, सरस्वती का चैतन्य अवतार और नई देवी संस्कृति की ध्वजवाहक थी मामा भी