
संवाददाता- प्रभात मोहंती..
महासमुंद : भाजपा के सक्रिय सदस्य व किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा तुषार साहू अपने ज्ञापन में कहा कलेक्टर, जिले का प्रमुख होते हैं। एक नायब तहसीलदार के लिए कलेक्टर से ऊपर अपने आप को समझना उचित नहीं है, क्योंकि वे एक पदानुक्रमित प्रणाली में काम करते हैं. , यह एक गलत धारणा है कि कलेक्टर जिले का सर्वोच्च अधिकारी होता है। तहसीलदार का काम है कलेक्टर को राजस्व मामला अन्य प्रकरण में रिपोर्ट देना महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिला महासमुंद में विपरीत होते दिख रहा है, तुमगांव नायब तहसीलदार तृप्ति चंद्राकर कलेक्टर विनय लहंगे के द्वारा दिनांक 27. 06.2025 एवं दिनांक 30.06.2025 को फोन के माध्यम से दो बार से नाम सुधारने हेतु कहा था। फिर भी कलेक्टर के आदेश की आवहेलना करना, एक गंभीर लापरवाही को दर्शाता है, तुमगांव नायब तहसील तृप्ति चंद्राकर के खिलाफ विभागीय जांच की करवाई किया जाना चाहिए व जनहित हित के समस्या को देखते हुए लापरवाह नायब तहसीलदार को निलंबित कर देना चाहिए।
तुषार साहू अपने ज्ञापन में कहा आगे कहा अछोली खसरा नंबर 905/2 सोनवानी पटवारी का काम भूमि रिकॉर्ड और अन्य सरकारी दस्तावेजों को ठीक से रखना है। गलत नाम चढ़ाने से लोगों को भूमि संबंधी मामलों में गलत नाम दर्ज होने से बार-बार तहसील ऑफिस का चक्कर काटने मे मजबूर हैं जिससे उन्हें कानूनी या वित्तीय नुकसान, अर्थिक छति होती है, यह एक गंभीर गलती है और पटवारी को सस्पेंड किया जाना चाहिए। गलत नाम चढ़ाना, भूमि रिकॉर्ड में एक महत्वपूर्ण त्रुटि है, जो कानूनी विवादों और अन्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
दिनांक 4 जून को नायब तहसील तुमगांव टेकेन्द्र नुरूटी को ज्ञापन सोपा गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं किया गया है, संदेह है कि तहसीलदार भी इस मामले में सम्मिलित है जो सोनवानी पटवारी को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। पटवारी सोनवानी तुमगांव टेकेन्द्र नुरूटी को निलंबित कर देना चाहिए, साथ ही नायब तहसीलदार तृप्ति चंद्राकर को भी निलंबित कर देना चाहिए। इसके अलावा, सोनवानी पटवारी व नायब तहसील तुमगांव टेकेन्द्र नुरूटी व नायब तहसीलदार तृप्ति चंद्राकर के खिलाफ विभागीय जांच भी की जाना चाहिए और दोषी पाए जाने पर उसे और भी सख्त सजा दिया जाना चाहिए।