
सुभाष गुप्ता
सूरजपुर : बच्चों में मोबाइल की लत इस कदर बढ़ती जा रही है कि वे इसके लिए खौफनाक कदम उठाने से भी पीछे नहीं हट रहे। इसका ताजा मामला सूरजपुर जिले के डूमरिया गांव से सामने आया है, जिसने अभिभावकों को भी चिंता में डाल दिया है।
जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के डूमरिया गांव निवासी 15 वर्षीय छात्रा, जो कक्षा दसवीं की पढ़ाई कर रही है, ने गुरुवार की शाम मोबाइल चलाने को लेकर हुए विवाद के बाद खेतों में डालने वाली किटनाशक दवा पी ली। परिजनों ने बताया कि छात्रा को पढ़ाई करने कहा गया और मोबाइल चलाने से मना किया गया था। इस पर गुस्से में आकर उसने जहर का सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर परिवारजन उसे तत्काल जिला चिकित्सालय सूरजपुर ले गए, जहां डॉक्टरों ने उपचार कर उसकी जान बचाई।
डॉक्टरों ने जताई चिंता
डॉक्टरों के अनुसार छात्रा खतरे से बाहर है, लेकिन इस घटना ने बच्चों में मोबाइल की बढ़ती लत और मानसिक दबाव की गंभीरता को उजागर कर दिया है। चिकित्सकों ने कहा कि किसी भी चीज की अधिकता या लत हमेशा हानिकारक होती है, इसलिए अभिभावकों को बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
जहर से बची, लेकिन मोबाइल से कैसे बचेगी?
यह घटना एक बार फिर सोचने पर मजबूर करती है कि मोबाइल, जो दुनिया को हमारी हथेलियों तक ले आया है, बच्चों के जीवन में तनाव और असामयिक फैसलों की वजह भी बन रहा है।