संवाददाता: प्रभात मोहंती
श्रीमती महिलांग ने कहा कि बीतें 13 वर्षों के आयोजन में प्रदेश के विभिन्न दलों व विभिन्न क्षेत्रों में अपना स्वर्णिम नाम अर्जित कर चुकीं हस्तियां अतिथि के रुप में शामिल होती रही हैं। उक्त सादगी पूर्ण भारतीय संस्कृति से सराबोर कार्यक्रम की सराहना नगरवासियों के साथ अतिथियों द्वारा की जाती रही है, जिसकी चर्चा राजधानी समेत पूरे प्रदेश में होती रही है। जो हम सभी नगरवासियों के लिए गर्व का विषय रहा है। इस वर्ष भी समिति के सदस्यों ने गरबा-नाइट 2025 के आयोजन की प्रारंभिक तैयारी प्रारंभ की। जिसके लिए जिला प्रशासन से सभी शासकीय गाइड लाइंस के तहत अनुमति मांगी।
इसी बीच सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे ज्ञात हुआ कि कुछ लोगों द्वारा जिला प्रशासन पर दबाव बनाया गया और जिला प्रशासन ने आयोजन के अंतिम क्षणों में मुझे अनुमति नहीं प्रदान की। जबकि, अन्य स्थानों पर गरबा कार्यक्रम के लिए विधिवत अनुमति प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि आखिर मेरे उक्त कार्यक्रम की अनुमति ना देने में क्या प्रशासनिक मजबूरी थी? किसका दबाव था?। श्रीमती महिलांग ने कहा कि यह राज्य के सरकार के अधीनस्थ जिला प्रशासन सरकार के उस दावे का भी उपहास व विरोध का साक्ष्य है कि राज्य में धार्मिक आयोजन को बढ़ावा देने से प्रदेशवासियों के बीच आपसी प्रेम स्नेह भक्ति भावना की डोर मजबूत होगी व धर्म की राह पर चलकर प्रदेश प्रगति की दिशा में अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि समर्थकों और शहरवासियों के द्वारा आयोजन रद्द होने के संबंध में लगातार पूछा जा रहा है। अन्य स्थान पर आयोजन किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि तैयारी और समयाभाव की स्थिति को देखते हुए टीम ने इसे इस वर्ष रद्द किया जाना ही उचित माना है। प्रेस वार्ता के दौरान नीलम जायसवाल, ममता जायसवाल, रोशन आरा रिजवी, अमरजीत सिंग रामगढ़िया, श्रेयांश चोपड़ा, ईशा टंडन, जोया खान, नीरज परोहा, अरिश अनवर, उमा ध्रुव, कविता अंबिलकर, सगनजोत सिंह, शब्बीर सोनी, कुणाल रंगारी, रुपेश महिलांग, युवराज साहू, कान्हा चंद्राकर, बबलू हरपाल, सुनील नायक आदि मौजूद रहे।


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