सूरजपुर : वार्ड क्रमांक 07 भैयाथान रोड स्थित आम रास्ते पर वर्षों से जारी अतिक्रमण को लेकर प्रशासन की चुप्पी अब सवालों के घेरे में है। 50 फीट की सड़क पर सिर्फ 4 फीट का रास्ता बचा रह जाने के बावजूद न तो राजस्व विभाग ने कोई मापजांच की, न ही अतिक्रमण हटाने की कायर्वाही की है। आवेदक सुभाष कुमार गुप्ता सहित पाँच से अधिक परिवारों ने कलेक्टर, एसडीएम से लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तक गुहार लगाई, परंतु 15 माह बाद भी मामला फाइलों में ही अटका हुआ है। न्याय की उम्मीद में लोग अब सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज उठा रहे हैं।
खसरा नंबर 1836/1 की जमीन पर अतिक्रमण बरकरार
स्थानीय रिकॉर्ड के अनुसार यह आम रास्ता खसरा नंबर 1836/1 में दर्ज है, जिसका क्षेत्रफल सेटलमेंट रिकॉर्ड में 6533.40 वर्ग फीट है, लेकिन वतर्मान अभिलेखों में इसे घटाकर 5221 वर्ग फीट दर्ज किया गया है। दोनों ओर मकान निर्माण और चबूतरे खड़े कर रास्ते को मात्र 4 फीट तक सीमित कर दिया गया है, जिससे आम लोगों का आवागमन बेहद कठिन हो गया है।
प्रशासनिक निष्क्रियता पर जनता में नाराजगी
निवासियों का कहना है कि शिकायतों के बाद भी राजस्व अमला मौके पर नहीं पहुंचा। जब लोग विरोध करते हैं तो अतिक्रमणकारियों की ओर से गाली-गलौज और धमकियों का सामना करना पड़ता है। लोगों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद सूरजपुर प्रशासन की चुप्पी यह दर्शाती है कि या तो मामला प्रभावशाली लोगों से जुड़ा है या फिर विभागीय मिलीभगत हो रही है।
उग्र आंदोलन की चेतावनी: लगातार प्रशासनिक उपेक्षा से
क्षुब्ध लोग अब आंदोलन की तैयारी में हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करेंगे। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ह्लआम रास्ता आम लोगों का हक है, इसे किसी भी हाल में कब्जाने नहीं दिया जाएगा।






























