पत्रकार
विजय कुमार
दरभंगा : जाने-माने समाजसेवी एवं कई जनांदोलनों के वाहक रहे अरविंद पाठक ने आज कहा कि दरभंगा में एम्स के निर्माण को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकारें गंभीर नहीं है और इसे सिर्फ चुनाव के समय इस्तेमाल करना चाहती है, अन्यथा एम्स कब न बन गया होता।
श्री पाठक ने यह बात एक इन्टरव्यू के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आम चुनाव से ठीक पहले दरभंगा एम्स को लेकर उठा इस तरह के विवाद का औचित्य क्या है?भाजपा एवं जदयू लंबे समय तक साथ भी रहे हैं। इच्छा शक्ति होती तो भूमि का मसला कब न सुलझ गई होती।
श्री पाठक ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि मिथिला के लोगों को जो कुछ भी मिला है वह लंबे संघर्ष के बाद ही। चाहे दरभंगा समस्तीपुर बड़ी रेल लाईन हो या फिर मैथिली को संवैधानिक दर्जा का मसला हो।
एक सवाल के जवाब में श्री पाठक ने कहा कि यह स्वभाविक है कि जो मिथिला के चुने प्रतिनिधि हैं, उनके दिल में यहां एम्स नहीं बनने या विलंब होने से कष्ट होगा और वे इसके लिए अपनी ओर से कोशिशें भी कर रहे हैं, लेकिन इसका समाधान शीर्ष लोगों को करना हैं। एल.एस.