बहादुरगढ़. हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक पिता ने पहले अपने दो मासूम बच्चों को फांसी के फंदे पर लटका कर मौत के घाट उतार दिया और उसके बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की गई. मामला बहादुरगढ़ के गंगड़वा गांव का है। मृतकों की पहचान 37 वर्षीय कर्मबीर, उसके 11 वर्षीय बेटे तनुज और 13 वर्षीय बेटी मुस्कान के रूप में हुई है.
डीएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि कर्मबीर दिल्ली में क्लस्टर बस चलता था. रात के समय उसका अपनी पत्नी के साथ झगड़ा हुआ था, जिसमें कर्मबीर ने पहले तो अपनी पत्नी के साथ मारपीट की. जब पत्नी कर्मबीर की मानसिक स्थिति को देखते हुए अपने जेठ के परिवार को सूचना देने गई थी. इसी बीच कर्मबीर ने पहले तो अपने बेटे और बेटी को फांसी के फंदे पर लटका दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई और उसके बाद कर्मबीर ने खुद भी फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
जब उसकी पत्नी और कर्मबीर के भाई का परिवार वापस घर पहुंचा तो सबके पैरों के तले की जमीन खिसक गई. आनन-फानन में पुलिस को मामले की सूचना दी गई. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया.
डीएसपी धर्मवीर सिंह का कहना है कि फिलहाल परिजनों ने इस मामले में किसी भी तरह की लिखित जानकारी पुलिस को नहीं दी है, लेकिन लोगों से मिली जानकारी के अनुसार कर्मबीर ने अपने सोलधा गांव निवासी नवीन नाम के एक दोस्त को फाइनेंस पर गाड़ी दिलवाई थी. इसकी नवीन ने किस्त नहीं भरी और गाड़ी भी बेच दी. उसके बाद बैंक वालों ने कर्मबीर की जमीन कुर्क करने के आदेश दिए थे, लेकिन सरपंच द्वारा आश्वासन देने के बाद कुर्की नहीं की गई थी. बैंक के 7-8 लाख रुपये नहीं देने पर जमीन कुर्की के आदेश होने से कर्मबीर परेशान चल रहा था.
सुनने में यह भी आया है कि रात के समय भी कर्मबीर की पत्नी ने उसका ढांढस बंधाने का प्रयास किया था, जिसके बाद वह आग बबूला हो गया और पत्नी के साथ मारपीट करने लगा. कर्मबीर और उसके मासूम बच्चों की मौत से गांव और आसपास के क्षेत्र में मातम का माहौल पसरा हुआ है. पुलिस ने भी कई टीम में बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी है.