हाशिम खान
मिशन नेकी के माध्यम से भूखे लोगो को भोजन कराने की नई पहल
78 आयोजन 4567 लोगों तक पहुंचाया खाना
विदेशों में पहुँची सूरजपुर की युवा प्रतिभा की धमक
सूरजपुर : सूरजपुर के प्रतिष्ठित चौरड़िया परिवार के युवा सदस्य मुदित जैन ने जी20 इन्टरफेथ समिट पुणे में भारत का परचम लहराया है। समिट में संबोधित करते हुए मुदित जैन ने बताया कि सूरजपुर में उनके पिता श्री श्रवण जैन और उनके साथी प्रतिदिन नेचर क्लब के बैनर तले जिला अस्पताल में लोगों को भोजन उपलब्ध कराते हैं। जब पुणे में शिक्षा ग्रहण करने आया तो यहां देखा कि कई लोग बहुत ज्यादा खाना वेस्ट करते हैं और कई लोग भूखे रह जाते हैं। इसलिए अपने कॉलेज के टीचर्स और अपने साथियों के साथ मिलकर मिशन नेकी की शुरूआत किया। इस कार्यक्रम की प्रेरणा सूरजपुर के नेचर क्लब के द्वारा किए गए कार्य से मिली थी। सभी साथियों के सहयोग से हमने बचा हुआ खाना कलेक्ट करना शुरू किया और उसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का काम किया। पुणे जैसे शहर में जहां कई ऐसे लोग हैं जिन्हें अपना बचा हुआ खाना फेंकने की स्थिति बनती थी वहीं कई ऐसे लोग हैं जिन्हें भोजन की जरूरत थी। मिशन नेकी के माध्यम से लोगों का बचा हुआ खाना कलेक्ट करने और उसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का काम शुरू किया गया। इसके लिए पिछले 8 महीने में 78 आयोजन किए गए और लगातार 4567 लोगों तक खाना पहुंचाने का काम किया गया। मुदित जैन ने बताया कि हम यूनेस्को द्वारा निर्धारित 9 प्रमुख बिंदुओं पर कार्य कर रहे हैं यह नेकी का काम है और हमने एक नेक उद्देश्य से कर रहे हैं। आपको बता दें की जी20 इंटरफेथ फ़ोरम का कॉन्सेप्ट वर्ष 2014 में ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रपति महोदय के द्वारा जी-20 समिट में लाया गया था। जी20 में शामिल सभी देशों ने इसका स्वागत किया इसे अपनाया और इसी कड़ी में भारत में हो रहे जी20 सम्मेलन में जी-20 इंटरफेथ समिट का आयोजन किया गया। मुदित जैन ने बताया कि हमारे नेक कार्यों को देखते हुए हमारी संस्था का चयन किया गया और मुझे इसमें भारत की ओर से और अपनी संस्था की ओर से अपना पक्ष रखने का अवसर प्राप्त हुआ। इस सम्मेलन में यू एस ए से किंग हुसैन, कनाडा से डॉक्टर दलबीर सिंह, बांग्लादेश से बैदुल आलम मजूमदार, जापान से अबी एविलेनो, ऑस्ट्रेलिया से ऑड्रे कितगवा, न्यूयॉर्क से श्री जॉन एच हुलेट, भारत से आचार्य बालकृष्ण, डॉ लोकेश मुनि एवं श्री अनूप खन्ना भी शामिल हुए मुदित जैन की सफलता से सूरजपुर में उनके पिता श्री श्रवण जैन माता श्रीमती कुसुम जैन काफी गौरवान्वित हैं। चौरड़िया परिवार के सभी परिजन एवं मुदित जैन के मित्रगण काफी उत्साहित हैं और उन्हें बधाइयां प्रेषित की हैं।