प्रभात महंती
चोरी की 01 नग स्कूटी कीमती 60,000 करीबन रूपयें जप्त।
महासमुंद : प्रार्थी खिलेश्वर साहू पिता टोपराम साहू उम्र 25 वर्ष ग्राम लाफिनखुर्द जिला महासमुंद दिनांक 09.01.2024 के 11 बजे अपने घर से न्यायालय जाने के लिए स्कूटी क्र0 नं0 CG 06 GW 3966 TVS निकला और दोपहर करीब 11.30 बजे जिला न्यायालय महासमुंद पहुंचा। वहां सायकल स्टेण्ड में अपनी स्कूटी को ताला लगाकर न्यायालिन कार्य के लिए न्यायालय चले गया। शाम करीब 05 बजे घर जाने के लिए कोर्ट के बाहर आया तो देखा कि सायकल स्टेण्ड में प्रार्थी की गाड़ी नही था, आसपास पता तलाश एवं पूछताछ करने पर गाड़ी नही मिला कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया था, प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक महासमुंद महोदय द्वारा घटना को संज्ञान में लेते हुये चोरी हुये मोटर सायकल एवं आरोपी की पतासाजी हेतु निर्देशित किया गया। जिसपर सायबर सेल एवं थाना सिटी कोतवाली महासमुंद की टीम चोरी हुई स्कूटी की पता तलाश कर रही थी। इसी बीच मुखबीर से सूचना मिली कि उक्त चोरी की स्कूटी में तीन लड़के संदिग्ध हालत में घुम रहे है। सायबर सेल टीम द्वारा मुखबीर के निशानदेही पर ग्राम बेमचा मेनरोड़ के पास घेराबंदी कर चोरी के मोटर सायकल के साथ तीन लड़को को पकड़ा गया।
जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम 01- रजत चंद्राकर पिता स्व. शत्रुहान चंद्रकार उम्र 28 वर्ष साकिन परसदा थाना महासमुंद जिला महासमुंद 02-शिव उर्फ गुंडा पिता जगत राम धु्रव उम्र 20 वर्ष साकिन परसदा थाना व जिला महासमुंद 03- संजय पिता गणेशु बंजारे 19 वर्ष साकिन परासदा थाना व जिला महासमुंद बताया तथा स्कूटी के संबंध में पूछताछ करने पर दिनांक 09.01.2024 न्यायालय परिसर सायकल स्टैड से तीनों एक साथ मिलकर चोरी करना अपराध करना स्वीकार कियें। आरोपीयों के संयुक्त कब्जे से 01 नग स्कूटी क्रमांक CG 06 GW 3966 TVS जुमला किमती 60,000 रूपयें को जप्त कर आरोपीयों को विधिवत् गिरफ्तार कर थाना कोतवाली महासमुन्द में अपराध धारा 379 भादवि के तहत कार्यवाही की गई।
गिरफ्तार आरोपी-
01- रजत चंद्राकर पिता स्व. शत्रुहान चंद्रकार उम्र 28 वर्ष साकिन परसदा थाना महासमुंद जिला महासमुंद
02- शिव उर्फ गुंडा पिता जगत राम ध्रुव उम्र 20 वर्ष साकिन परसदा थाना व जिला महासमुंद
03- संजय पिता गणेशु बंजारे 19 वर्ष साकिन परासदा थाना व जिला महासमुंद